Monday, October 1, 2012

तुम खूबसूरत हो- -नित्यानंद `तुषार`

आप हमारी ग़ज़लें पढ़ते आए हैं ,
आज एक गीत आपके लिये

गीत

... तुम खूबसूरत हो
मेरी ज़रुरत हो

तुम ही हँसी हो मेरी
तुम ही ख़ुशी हो मेरी

इन धडकनों में तुम हो
तुम ज़िन्दगी हो मेरी

जो ख़वाब देखा है ,
उसकी हक़ीक़त हो
तुम ख़ूबसूरत हो...........

तुम भावना हो मेरी
तुम साधना हो मेरी
तुम हो तपस्या मेरी
आराधना हो मेरी

विश्वास कर लो तुम
मेरी इबादत हो
तुम खूबसूरत हो .........

हर बात में हो तुम ही
दिन, रात में हो तुम ही
अब सोच में भी तुम हो
जज़्बात में हो तुम ही

तुम ही मेरी मंज़िल,
मेरी मुहब्बत हो
तुम खूबसूरत हो .............नित्यानंद `तुषार`
ई मेल ntushar63@gmail.com

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